दोस्त भी था बचपन का, प्यार भी था।
हमसफ़र भी था और राजदार भी था।
क़सम खाई थी साथ जीने मरने की,
मैं समझ नहीं पाया कि वो गद्दार भी था।
दोस्त भी था बचपन का, प्यार भी था।
हमसफ़र भी था और राजदार भी था।
क़सम खाई थी साथ जीने मरने की,
मैं समझ नहीं पाया कि वो गद्दार भी था।